Friday, February 27, 2009

Pinki -Smile of Chunar

This is Pinki A grand Smile of Chunar Distt Mirzapur
Pinki on Red carpet of Oskar Award

Pinki is ready for trip of USA with family & Dr Subhodh


A confidence Pinki after got operation done by Dr Subhodh Kumar Singh Bhelupur Varanasi




Pinki always used to see her in mirror and thought how I will recover from this caued



Atully this is what Socially effect cuased faced Pinki as cleft lip as terror in her confidence people say her outh katni

मीरजापुर। उ.प्र. के राज्यपाल टीवी राजेस्वर ने आस्कर अवार्ड विजेता स्माइल पिंकी वृत्त चित्र की मुख्य किरदार पिंकी की मां शिमला देवी के नाम बधाई संदेश भेजा है। राज्यपाल का बधाई संदेश बुधवार को दोपहर में चुनार के उपजिलाधिकारी डा. एमके राय ने खोरिया रामपुर ढबहीं स्थित पिंकी के घर पहुंचकर उसकी मां को दिया।
महामहिम ने पिंकी की मां के नाम भेजे संदेश में 'स्माइल पिंकी' को आस्कर अवार्ड मिलने पर बधाई देते हुए पिंकी के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है। उन्होंने संदेश में लिखा है कि यह प्रसन्नता का विषय है कि पिंकी हजारों ऐसे बच्चों के लिए आशा की किरण बनी है जो ऐसी जन्मजात कमियों के शिकार है। इस फिल्म के माध्यम से एक संदेश जायेगा कि उ.प्र. की एक बेटी को वहां के समर्पित शल्य चिकित्सकों के माध्यम से नयी जिंदगी मिली है। उपजिलाधिकारी ने वहां चल रहे विकास कार्यो को भी देखा। उक्त अवसर पर ग्राम प्रधान सुशीला विश्वकर्मा, पूर्व प्रधान प्रदीप विश्वकर्मा सहित पिंकी के परिवारी जन उपस्थित थे।
अहरौरा मीरजापुर । आस्कर अवार्ड मिलने के बाद सोमवार को स्माइल पिंकी के घर जहां उत्सव जैसा माहौल था वहीं मंगलवार को सन्नाटा छाया रहा। पिंकी के घर न कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचा न ही जनप्रतिनिधि। पिंकी के घर पर मौजूद ग्राम प्रधान पति प्रदीप कुमार विश्वकर्मा महामाया आवास एवं कुआं का जगत एवं सीसी रोड बनवाने के लिए मजदूर लगाकर काम देख रहे थे। उन्होंने बताया कि स्माइल पिंकी के यहां लौटने से पूर्व निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया जायेगा। पिंकी के आने पर 28 फरवरी को उसके घर पर डा. मन्नू यादव एवं राधेश्याम यादव उर्फ शैलू का लोकगीत कार्यक्रम भी कराया जायेगा।
पिंकी के परिजनों को उसके लौटने का इंतजार है। मां शिमला देवी अपने बच्चे को गोद में लिये हुए लोगों से सवाल करती हैं कि हमार पिंकिया कब आयी, हम ओकरा के देखे बदे परेशान हई।
रामपुर डबही (मिर्जापुर)। लास एंजेल्स में सोमवार को जैसे ही 'स्माइल पिंकी' को आस्कर पुरस्कार देने की घोषणा हुई इस वृत्तचित्र की मुख्य भूमिका जीने वाली आठ वर्षीया पिंकी के गांव रामपुर डबही में लोग खुशी से झूम उठे। कल तक कटे होठों की वजह से तानों का शिकार होने वाली पिंकी आज स्टार बन गई है।
'आस्कर' का यहां के भोले भाले गांव के लोग शायद अर्थ भी नहीं समझते होंगे लेकिन उन्हें यह अवश्य पता है कि उनके गांव की एक 'ओठ-कटही' लड़की ने पूरे इलाके का नाम विश्व नक्शे पर उजागर कर दिया है। आस्कर पुरस्कार समारोहों में भाग लेने गई पिंकी की मां सिमला देवी ने यहां कहा, 'हमके आज त बहुत खुशी भइबे कईल लेकिन हमके ओ दिन अधिक खुशी भइल रहल जब ओकरे ओठ के सी के डाक्टर साहब ओके ठीक कर दिहले रहलें।' । पिंकी की मां ने कहा कि अब तो वे जल्दी से अपनी लाडली को अपनी गोद में देखना चाहती हैं।
गांव के लोगों ने तो पिंकी की जीत के लिए यहां मन्नतें रखीं थीं। और रखें भी क्यों नहीं पहाड़ियों के बीच स्थित इस गांव में शायद ही कोई अधिकारी और नेता पहले आते थे लेकिन जब से पिंकी को लेकर बना वृत्तचित्र चर्चित हुआ है सभी लोग बारी बारी से यहां आने लगे हैं।
पिंकी एक मजदूर राजेन्द्र सोनकर की बेटी है और छह भाई बहनों में वह सबसे छोटी है। उसके पिता राजेंद्र सोनकर ने आज से कुछ वर्ष पहले तक सिर्फ चालीस किलोमीटर दूर वाराणसी तक का रास्ता ठीक से नहीं देखा था लेकिन आज अपनी बिटिया के साथ वह भी लास एंजिलिस में एकेडमी अवार्ड कार्यक्रम में शरीक हुए।
राजेन्द्र सोनकर ने फोन पर बताया, 'इ दिन क त हम जिंदगी में कल्पना ही ना कइले रहलीं, हमार बिटिया और डाक्टर सुबोध के चलते हमके इ दिन भी देखे का सौभाग्य मिल गयल।' ।
अहरौरा मीरजापुर । आस्कर अवार्ड समारोह में भाग लेने गयी पिंकी को अवार्ड मिले इसके लिए उसके गांव में शुक्रवार से अखंड हरिकीर्तन आरंभ किया गया है। ग्राम रामपुर ढबहीं स्थित शंकर जी के मंदिर में कराये जा रहे हरि कीर्तन में ग्रामीण बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है। ग्रामीण पिंकी को अवार्ड मिलने की मंगलकामना ईश्वर से कर रहे है। हरि कीर्तन अवार्ड की समाप्ति तक चलेगा। courtsy By Jagran Chunar by yahoo